Gaya Me Ghumne Ki Jagah : गया की 10 से ज्यादा घूमने की ऐसे खूबसूरत जगह जहाँ से वापस लौट कर जाने का मन नहीं करेगा

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By Anuj Kumar

Gaya Me Ghumne Ki Jagah : गया जिला बिहार का सबसे लोकप्रिय जिला मे से एक है I साथ ही साथ ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल भी है I भगवान विष्णु की नगरी, भगवान बुद्ध जैसे धार्मिक स्थल के कारण गया जिला भारत ही नहीं पूरे दुनिया मे प्रसिद्ध है I  इस आर्टिकल मे हम गया जिले के सबसे मशहूर, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल के बारे मे चर्चा करेंगे I

गया जिला के बारे मे कुछ रोचक तथ्य (Gaya Me Ghumne Ki Jagah)

  • गया शहर भगवान बुद्ध और भगवान विष्णु के मंदिर विष्णुपद के कारण ज्यादा फेमस है I
  • गया जिले मे स्थित बोधगया मे, भगवान बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी I
  • गया शहर एक फल्गु नदी, जिसे निरंजना नदी के भी नाम से जाना जाता है I इस नदी मे माता सीता ने अपने ससुर राजा दशरथ का पिंडदान की थी I 
  • गया मे एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है I जहाँ से कई देश विदेश से यात्री आते जाते है I
  • गया जिला का नाम “गयासुर” के नाम से पड़ा था I
  • गया मे अधिकतर लोग मगही भाषा बोलते है I
  • रामशिला, प्रेतशिला और ब्रह्मयोनि जैसे पहाड़ियों पर कई मंदिर स्थापित है I
  • विष्णुपद मंदिर मे भगवान विष्णु की चरण की चिन्ह है इसलिए इस मंदिर को विष्णुपद मंदिर कहा जाता है I
  • यहाँ पर पूर्वजों का पिंडदान किया जाता है I
  • यह का तिलकुट सबसे ज्यादा फेमस है जिसे विदेशों मे भी भेजा जाता है I
  • यहाँ का सबसे फेमस पित्रपक्ष मेल है जो की आश्विन महीने मे 15 – 17 दिनों तक लगता है I

चलिए अब हम बात करते है उन खूबसूरत Gaya Me Ghumne Ki Jagah के बारे मे जहाँ से आपको वापस लौट कर जाने का मन नहीं करेगा I

विष्णुपद मंदिर (Vishnupad Temple)

विष्णुपद मंदिर, गया जिला मे एक फल्गु नदी के तट पर स्थित सम्पूर्ण भारत मे एक ऐतिहासिक मंदिर है I यहाँ पर श्रद्धालु देश विदेश से आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान करते है I

ऐसा माना जाता है की भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण विष्णुपद मंदिर का दौरा किए थे I इसके कारण इस मंदिर को त्रेता युग का बताया जाता है I इस मंदिर का निर्माण 1878 ईस्वी मे मराठा शासक अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था I यह मंदिर गया मे भगवान विष्णु के समर्पित लोकप्रिय स्थान है I

Gaya Me Ghumne Ki Jagah

सीता कुंड (Sita Kund)

सीता कुंड, विष्णुपद मंदिर के सामने फल्गु नदी के दूसरे छोर पर है I सीता कुंड मे माता सीता, भगवान राम और लक्ष्मण की मूर्तियाँ भी स्थापित की गई है I ऐसा माना जाता है की इसी स्थान पर भगवान राम ने अपने पिता राजा दशरथ का पिंडदान किया था I सीता कुंड मे भी श्रद्धालुओं को रोज आना जाना लगा रहता है I

गयाजी रबर डैम (Gayaji Rubber Dam)

गया जिला तो पहले से फेमस तो था ही और अब गयाजी रबर डैम (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) का भी निर्माण कराया गया है तो इससे और अधिक फेमस हो गया है I दरअसल बात यह है की फल्गु नदी मे पानी हमेशा सुख जाती थी I कहा जाता है की माता सीता ने फल्गु नदी को श्राप दिया था जिसके कारण नदी सुखी रहती थी I

श्रद्धालु जब पिंडदान करने आते थे तो पानी नहीं होने के कारण बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था I इसलिए सूखे से निजात पाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने इस रबर डैम का निर्माण कराया है I यह फल्गु नदी के बीच मे बनी है I यह रबर डैम भारत का सबसे बड़ा रबर डैम है I रबर डैम के ऊपर स्टील पुल बनाया गया है जहाँ, लोग विष्णुपद मंदिर से सीता कुंड और सीता कुंड से विष्णुपद आसानी से आते जाते है I

मंगला गौरी (Manga Gauri)

मंगला गौरी मंदिर (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) गया जिले मे एक ऐतिहासिक मंदिरों मे से एक है I इस मंदिर का जिक्र वायु पुराण, मार्कण्डेय पुराण, पद्म पुराण जैसे कई धार्मिक ग्रंथों मे किया गया है I जिसके कारण यह मंदिर पूरे देशभर मे काफी ज्यादा फेमस है I

यह मंदिर माता दुर्गा को समर्पित है I इस मंदिर मे दुर्गा माँ की महिषासुरमर्दिनी के अवतार को दर्शाया गया है I इस मंदिर मे खास बात यह है कि इनकी गिनती 15 महाशक्ति पीठ मे की जाती है I

दुख: हरनी मंदिर (Dukh Harani Temple)

दुख: हरनी मंदिर (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) माता दुर्गा को समर्पित है I यह गया शहर का मुख्य आकर्षण का केंद्र है I इसकी खास बात यह है की मंदिर से सटे एक जामा मस्जिद है जो हिन्दू और मुसलमान के लिए एक सद्भावना का प्रतीक है I दोनों की दीवार एक दूसरे से जुड़े हुए है I

महान बुद्ध प्रतिमा (80 Foot Buddha Statue)

गया जिले के Gaya Me Ghumne Ki Jagah बोधगया क्षेत्र मे एक बहुत बड़ी 80 फुट की भगवान बुद्ध की प्रतिमा है जो की मुख्य आकर्षण का केंद्र है I इसके कारण पूरे विश्व मे बोधगया फेमस है I सबसे ज्यादा गया मे देखे जाने वाले पर्यटक स्थलों मे लोकप्रिय बुद्ध प्रतिमा ही है I यह प्रतिमा भगवान बुद्ध को ध्यान मुद्रा मे दिखाया गया है I

महाबोधि मंदिर (Mahabodhi Temple)

महाबोधि मंदिर एक (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने के लिए देश विदेश से पर्यटक इस मंदिर का दर्शन करने आते है I साल 2002 मे, इस मंदिर को यूनेस्को की विश्व धरोहर पर्यटक स्थल मे शामिल किया गया है I गया का Gaya Me Ghumne Ki Jagah महाबोधि मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है I इस मंदिर का नाम महाबोधि इसलिए रखा गया क्योंकि भगवान बुद्ध ने मंदिर के पीछे बोधि वृक्ष के नीचे बैठकर अपना ज्ञान प्राप्त किया I और इसलिए इस वृक्ष को देखने के लिए हमेशा भीड़ लगी रहती है I

सुजाता स्तूप (Sujata Stoop)

सुजाता स्तूप बोधगया (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) मे एक जगह है जहाँ पर भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त करने के लिए कठिन उपवास रखे थे I माना जाता है कि एक सुजाता नाम की महिला थी जो गाय चराया करती थी I उन्होंने भगवान बुद्ध को उपवास के कारण कमजोर होने की काया को देखा I सुजाता घर से खीर लाकर बुद्ध को खाने के लिए देती है I भगवान बुद्ध इस खीर को खाकर ताकत को अनुभव किया I

इससे उसे मध्य मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिली I उसके बाद बोधि वृक्ष के नीचे जाकर ज्ञान के प्राप्ति की लिए बैठ गए I लंबे अरसे बाद उसे ज्ञान की प्राप्ति हुई I इस तरह से उस स्थान को सुजाता स्तूप के नाम से जाना जाता है I इस लोकप्रिय जगह से थोड़ी दूर सुजाता कुटी भी देखने को मिलता है I

ब्रह्मयोनि पहाड़ (Brahmyoni Pahad)

ब्रह्मयोनि पहाड़ (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) पर एक लोकप्रिय मंदिर है जहाँ पर श्रद्धालु अपने माता पिता के कुकर्मों और श्राप से मुक्ति पाने के लिए दर्शन करने जाते है I इस मंदिर मे एक प्राकृतिक चट्टान है जिसमे एक छिद्र है I इसे ब्रम्हा की स्त्री का शक्ति का प्रतीक माना जाता है I

पुरातत्व संग्रहालय बोधगया (Archaeological Museum Bodhgaya)

यह संग्रहालय गया जिले के बोधगया (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) मे महाबोधि मंदिर के पास स्थित है I ये इतिहास प्रेमियों के लिए लोकप्रिय पर्यटन स्थल मे से एक है I इस संग्रहालय मे भगवान बुद्ध की सोने की, पत्थर की और कई धातुओं से बनी मूर्तियाँ रखी गई है I इसके अलावा भगवान विष्णु के भी 10 अवतारों को प्रदर्शित किया गया है I खुदाई के दौरान जो भी चीजे मिली, यहाँ पर रखी गई है I

डुंगेश्वरी गुफा मंदिर (Dungeshwari Caves Temple)

डुंगेश्वरी गुफा मंदिर एक गया जिला के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मे से एक है I यह डुंगेश्वरी पहाड़ पर स्थित है I कहा जाता है की भगवान बुद्ध बोधगया (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) जाने से पहले इस गुफा मे 6 वर्षों तक समय बिताया था I यहाँ पर भगवान बुद्ध से जुड़े कई कहानियों को चित्रण किया गया है I

प्रेतशिला मंदिर (Pretshila Temple)

प्रेतशीला मंदिर Gaya Me Ghumne Ki Jagah एक लोकप्रिय एवं धार्मिक मंदिरों मे से एक है I यह  गया के प्रेतशिला पहाड़ पर स्थित है I यह मंदिर भगवान यमराज को समर्पित है I पहाड़ के नीचे राम कुंड नाम का एक तालाब भी है I माना जाता है की इस तालाब मे भगवान राम ने एक बार स्नान भी किया था I

वाट थाई मॉनेस्ट्री बोधगया (Wat Thai Monestry)

यह मॉनेस्ट्री बोधगया मे स्थित है I बोधगया क्षेत्र (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) के एक मुख्य पर्यटन स्थल है I इसे थाई वास्तु कला से बनाया गया है I इस मंदिर मे भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है और मंदिर के बाहर ड्रैगन की प्रतिमा बैठाई गई है I बोधगया मे कई सारे मठ है जैसे मे जैपनीज मंदिर, कंबोडिया मंदिर इत्यादि है I

शीतला माता मंदिर (Shitla Mata Temple)

यह मंदिर फल्गु नदी के तट पर स्थित है I इस मंदिर मे शीतला माता की प्रतिमा है I ये भी एक धार्मिक और लोकप्रिय मंदिर मे से एक है I ऐसा माना जाता है की माता के दर्शन करने से चेचक, खसरा और नेत्र से जुड़े रोग जड़ से खत्म हो जाते है I

रामशिला पहाड़ (Ramshila Pahad)

रामशिला पहाड़ (Gaya Me Ghumne Ki Jagah) पर अगर आप नहीं गए तो गए तो आप अभी गया मे कुछ नहीं देखे है I गया आने वाले सभी यात्रीगण रामशिला पहाड़ जरूर आते है I इस पहाड़ पर एक भगवान शिव का शिवलिंग और हनुमान जी का बड़ा मंदिर है I यह मंदिर भूमि से 700 फुट की ऊंची पहाड़ पर स्थित है I रामशिला पहाड़ धार्मिक स्थल होने के साथ साथ पर्यटन स्थल भी है I

इस आर्टिकल मे हमने 10 से ज्यादा प्रसिद्ध Gaya Me Ghumne Ki Jagah की बात की I अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे I बने रहे biznewsdekho.com पर ।

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